इमाम हूसैन (अः) ने मुझे शिया किया है१ | |||||
इमाम हूसैन (अः) ने मुझे शिया किया है१ इस पूस्तक का लेख़क एक रिपोटर (संवादिक), मग़रेबी है, जिस व्यक्ति का नाम इद्रीस अल हूसैनी जिस ने शिया धर्म और अहलेबैत (अ0) की हक़्क़ानीयत को अनूसंधान क़रार देके मज़हबे अहलेबैत (अ0) को प्रमाण किया और अपने को एक हक़ीकि शिया कहके प्रचार किया. और इन पवित्र परीवार के साथ अत्याचारी करने वालों को बढ़ी हिम्मत के साथ बदनाम और कुख़्यात का एक उपाधि क़रार दिया है। वह व्यक्ति अल मजल्ला (अल मनीर)(78) में एक मुसाहिबा दिया था जिस मुसाहिबा का कुछ मूल उद्दश बयान कर रहा हूँ. मुझे स्वाधिन बयान करने का निर्देश दें, ताकि मै इस पृथ्वी के समस्त प्रकार लोगों को शिया करुँ। अहलेबैत (अ0) का इनक़लाब व क़्रान्ति के नतीजे आज इस पृथ्वी पर प्रदर्शन कर रहा हूँ। शिया धर्म, मिअराज का एक रुह् है, और भविष्य की चिन्ता करने वाला है. हाँ, इमाम हूसैन (अ0) ने मुझ को शिया किया है. लेकिन मै अभी भि सुन्नी हूँ। इस पार्थक के साथ कि रसूले ख़ुदा (स0) ने जो मुल्यवान वाणी व हदीसें बयान की है उस (बयान किए हूए हदीसों की पैरुवी कर रहा हूँ)। |